Types of Farming: खेती मानव जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। खेती करके हमें भो लेजन, वस्त्र और रहने के लिए घर मिलता है यह हमारे आजीविका का स्रोत है। खेती के कोई प्रकार की होती है जो अलग-अलग प्रकार के आवश्यकता के अनुसार किए जाते हैं।Types of Farming इस लेख में हम विभिन्न प्रकार की खेती के बारे में जानेंगे।
पारंपरिक खेती
Types of Farming पारंपरि की खेती सबसे पुरानी और सरल खेती विधि है। इसमें किस प्राकृतिक का साधन ऑन का उपयोग करके खेती करते हैं जैसे बीज, गोबर की खाद, और वर्षा का पानी। इस प्रकार की खेती में रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशक ऑन का काम से कम उपयोग किया जाता है। यह खेती अधिकतर छोटे किसानों द्वारा की जाती है और यह पर्यावरण के अनुकूल होते हैं।
आधुनिक खेती
आधुनिक खेती में तकनीक और विज्ञान का अधिक उपयोग किया जाता है। इसमें उन्नत बीज, रासायनिक उर्वरक, कीटनाशक और सिंचाई प्राणी का प्रयोग किया जाता है। इसके द्वारा उत्पादन बढ़ता है और फसलों की गुणवत्ता में भी सुधार होता है। इस खेती में मशीन का प्रयोग किया जाता है और कम समय में मशीन के जरिए काम किया जाता है।
सिंचित खेती
इस प्रकार की खेती में फसलों का कृत्रिम रूप से पानी दिया जाता है, जैसे की नेहरे, हैंड पंप और ड्रम का उपयोग का किया जाता है। सिंचित खेती क्षेत्र में की जाती है जहां वर्षा कम होती है। इस विधि से किसानों को साल भर खेती करने का मौका मिलता है और फसल उत्पादन की मात्रा भी बढ़ती है।
वर्षा आधारित खेती
जहां पर सिंचाई की सुविधा उपलब्ध नहीं होती है वहां पर वर्षा आधारित खेती किया जाता है। भारत के कई हिस्सों में वर्षा आधारित खेती होती है। यह खेती बरसात के आधार पर होती है जब बरसात होती है इस टाइम खेती किया जाता है।
जैविक खेती
जैविक खेती एक ऐसा विधि है जिसमें रासायनिक उर्वरक और कीटनाशकों का उपयोग नहीं किया जाता है। इसमें प्राकृतिक संसाधनों जैसे की गोबर की खाद, हरी खाद और जैविक कीटनाशकों का प्रयोग किया जाता है। जैविक खेती पर्यावरण के लिए सुरक्षित होती है और इससे उत्पादित अनाज और सब्जियां शास्त्र के लिए फायदेमंद साबित होती है।
मिश्रित खेती
मिश्रित खेती में एक ही खेत मैं कई तरह की फसल उगाई जाती है या खेती के साथ पशुपालन भी किया जाता है। यह विधि किसानों को एक से अधिक आयात स्रोत प्रदान करती है और यह खेती के जोखिम को भी काम करती है।
खेती-बाड़ी
यह खेती विशेष रूप से फलों, सब्जियां, फूलों और सजावटी पौधों की उत्पादक के लिए की जाती है। यह उच्च मुनाफे वाले खेती मानी जाती है क्योंकि इसमें बाजार की मांग अधिक होती है और इसका डिमांड बहुत होती है।
वाणिज्यिक खेती
वाणिज्य खेती का उद्देश्य बड़े विमान पर उत्पादन करना और उसे बाजार में बेचना होता है। इसमें अनाज, कपास आदि फलों की खेती होती है। इस प्रकार की खेती में उन्नत तकनीक, मशीनरी और सिंचाई का इस्तेमाल होता है। वाणिज्य खेती किसानों को अच्छा मुनाफा देती है और यह कृषि उद्योग का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
निष्कर्ष
खेती मानव जीवन का आधार है और इसकी विविधता इसे विभिन्न परिस्थितियों में संभव बनाती है। पारंपरिक खेती जहां साड़ियां पुरानी विधियों पर आधारित है वहीं आधुनिक खेती ने विज्ञान और तकनीक को अपनाकर उत्पादन क्षमता को बढ़ाया है। जैविक खेती पर्यावरण और स्वास्थ्य के लिए बढ़िया है।
सभी प्रकार की खेती का एक मुख्य उद्देश्य होता है खाद्य सुरक्षा, आर्थिक स्ट्रेट और पर्यावरण संरक्षण। किसानों को अपनी जमीन, जलवायु और संसाधनों के आधार पर सही विधि अपनाना चाहिए, ताकि वह अधिक से अधिक उत्पादन कर सकें और साथ ही प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण कर सके। इस तरह खेती का भविष्य बहुत आगे तक जा सकता है, इस लेख में टाइप्स ऑफ फार्मिंग के बारे में बड़ी विस्तार से लिखा गया है धन्यवाद।
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